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गायत्री मंत्र (Gayatri mantra) इतिहास अर्थ फायदे और रोचक तथ्य

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Gayatri Mantra
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जानिए क्यों जरुरी है गायत्री मंत्र का जप आज के आधुनिक युग मे|

क्या आपको भी हर समय तनाव महसूस होता है? क्या आप पर अपार दबाव है? क्या आप अपने जीवन में सुखी और समृद्ध होना चाहते हैं?

हाँ आप यह चाहते हैं। लेकिन सवाल यह है कि ये चीजें आपके साथ हो रही हैं। अगर नहीं तो आप सही जगह पर हैं।

आज हम आपके लिए इन सभी चीजों को प्राप्त करने के सर्वोत्तम तरीके के बारे में जानने जा रहे हैं इस तरह से आपको अपने जीवन के सभी तनाव और दबाव से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।

क्या आपको लगता है कि यह योगा है, नहीं यह तरीका योगा नहीं है यह योगा से  ज्यादा शक्तिशाली तरीका है, पवित्र तरीका। ये एक ऐसा तरीका है जिसे भारत के सबसे प्राचीन और ज्ञान बढाने वाली किताबों की भी माता कहा जाता है।

ये एक ऐसा तरीका है जिसे अगर हम धर्म से ऊपर उठ कर अपनाए तो इससे न केवल उस आदमी का को इसे कर रहा है बल्कि उन सबका फायदा होगा जो उस आदमी के सम्पर्क में हैं।

क्या आपको उत्सुकता नहीं हो रही की वो तरीका कों सा है। तो हम आपको बता दे की वो तरीका है हज़ारों साल पुराना गायत्री माता का मंत्र जिसे हम सब गायत्री मंत्र भी कहते हैं।

हां मुझे पता है आप चौंक गए होंगे , क्या एक मंत्र, एक मंत्र हमारी कैसे मदद कर सकता है शांति और कामयाबी पाने में।

लेकिन ये कोई साधारण मंत्र नहीं है दोस्तों ये गायत्री मंत्र है और ये वो हथियार है जिसके इस्तेमाल से आप जिंदगी की हर जंग जीत जाएंगे।

तो आइए हमारे साथ और जानिए कि क्या है गायत्री मंत्र के फायदे और क्यों है ये इतनी फायदेमंद और क्यों इसे क्या है इसका रहस्य। आज हम इन सब चीजों के बारे में जानेंगे।

गायत्री मंत्र का मतलब हिंदी में (Gayatri mantra meaning in hindi)

ॐ भूर्भुवः स्वः । तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि । धियोयो नः प्रचोदयात् ।।

Gayatri Mantra

= इश्वर

 भूर = प्राण प्रदाण करने वाला।

 भुवः = दुख़ों का नाश करने वाला।

स्वः = सुख़ प्रदाण करने वाला।

तत  = वह

सवितुर  = सूर्य की भांति उज्जवल।

वरेण्यं = सबसे उत्तम।

भर्गो = कर्मों का उद्धार करने वाला।

 देवस्य = प्रभु।

 धीमहि = ध्यान।

 धियो = बुद्धि।

यो = जो।

 नः = हमारी

 प्रचोदयात् = हमें शक्ति दें।

अर्थात्: हे प्राण प्रदान करने वाले, समस्त दुखों का नाश करने वाले, सुख प्रदान करने वाले सूर्य की भांती उज्वल तेज वाले इश्वर हमें सद्मार्ग पर चलने की बुद्धि प्रदान कर।

Gayatri Mantra by Anuradha Padwal 1008 Times I गायत्री मंत्र I ANURADHA PAUDWAL, KAVITA PAUDWAL I Full Audio Song gayatri mantra words

आखिर कहां से आया गायत्री मंत्र

तो सबसे पहले बात करतें है की गायत्री मंत्र आया कहां से।

तो इसका जवाब है की गायत्री मंत्र  ब्रम्हा जी के पास था जिसे उन्होंने बाद में गायत्री माता को समर्पित कर दिया।

उन्होंने अपने चारों मुखो से गायत्री मंत्र का उच्चारण कर के कर वेदों की रचना की।

क्योंकी चारों वेदों की रचना गायत्री मंत्र के उच्चारण से हुई थी इसलिए इनका नाम वेदमाता भी पड़ गया। ऐसा माना जाता है की गायत्री मंत्र का ज्ञान होने से ही मनुष्य को चारों वेदों का ज्ञान हो जाता है।

ऋग्वेद के अनुसार गायत्री मंत्र पहले सिर्फ देवताओं के पास था और देवता इस पर सिर्फ अपना अधिकार बताते थे।

परन्तु  महर्षि विश्वामित्र ने कठोर तपस्या करके इसे मनुस्यों के लिए उपलब्ध करवाया था।

बस उसी वक्त से ये एक प्रसिद्ध ओर फायदेमंद मंत्र साबित हुआ।

गायत्री मंत्र ऋग्वेद के तीसरे मंडल के 62वें सुक्त में मौजूद 10वां श्लोक है

क्या है गायत्री मंत्र जाप करने के फायदे

गायत्री मंत्र क जाप करने के अनेक फायदे हैं। इतने फायदे की कोई सोच भी नहीं सकता।

वो फायदे क्या है ये जानने के लिए आप अवश्य ही बात उत्सुक होंगें। तो वो फायदे कुछ इस तरह से हैं:-

  • गायत्री मंत्र का पहला शब्द है ॐ। ये सब अपने में ही बहुत शक्तिशाली और पवित्र है। हिन्दू मान्यता के अनुसार ये एक ऐसा शब्द है जिसमे सारे विश्व को उर्जा है। ये शब्द भगवान शिव का शब्द है। भगवान शिव जी त्रिदेव ( ब्रह्मा, विष्णु, शिव) में से एक हैं उनकी पूजा में इस्तेमाल किए जाने वाला शब्द है।
  • गायत्री मंत्र क उच्चारण बच्चों के लिए बहुत अच्छा होता है। जैसा कि सब जानते हैं, बच्चों के लिए आज के समय में ध्यान केंद्रित करना जीतना जरूरी हो गया है उतना ही कठिन भी हो गया है। बहुत सी ऐसी चीज़ें आ गई है जिससे बच्चों का ध्यान केंद्रित  नहीं रह पाता और जिस कारण बच्चे पढाई में ध्यान नहीं लगा पाते। लेकिन अगर कोई बच्चा नियमित रूप से गायत्री मंत्र क उच्चारण करता है तो उसका मन केन्द्रित रहता है साथ मे उसका दिमाग भी स्वच्छ व तरोताजा रहता है। इसके अलावा इस मंत्र का उच्चारण करने से याद करने की और समझने की सकती भी बढ़ती है साथ ही दिमाग भी तेज होता है।
  • जवान लोगो पर भी ये मंत्र उतना ही असरदार है। इस मंत्र का जाप करने से गुस्सा काबू में रहता है साथ ही लोगो के दिमाग में जो तनाव रहता है वो भी कम होता है जिससे मनुष्य के स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है।
  • बुजुर्गों के लिए भी गायत्री मंत्र के उतने ही फायदे हैं जितना किसी अन्य के लिए। उमर के उस पराव में गायत्री मंत्र बुजुर्गों को शांति और खुशहाली प्रदान करता है  साथ ही उनका मन भी अच्छा और उनको स्वस्त रखता है।

विज्ञान ने भी माना गायत्री मंत्र के फायदेमंद

इस मंत्र को ना केवल शास्त्र बल्कि विज्ञान ने भी फायदेमंद बताया है। भारत की सबसे विश्वसनीय और अच्छी स्वास्थ्य संबंधी संस्था (A I I M S) इस पर पिछले 22  सालों से सोध कर रहा है।

सन 1998 से ही इस पर शोध में लगा है और अब वह काफी नयी- नयी खोजें दुनिया के सामने रखता जा रहे है।

एक शोध के अनुसार जब (A I I M S) ने बहुत बड़ी लोगों की संख्या को दो हिस्सो में विभाजित करने के बाद जब एक हिस्से के लोगो से गायत्री मंत्र का जाप कराया गया और दूसरे हिस्से को जाप नहीं कराया गया।

इस प्रयोग के आंकड़ों को जब दो हफ़्तों तक दर्ज किया गया तब ये पाया गया कि जो लोग गायत्री मंत्र का जाप कर रहे थे उनकी मानसिकता उन लोगों से अच्छी पायी गई जिन्होंने गायत्री मंत्र का जाप नहीं किया था।

जिन लोगों ने गायत्री मंत्र का जाप किया उनके दिमाग में तरेंगें एकदम सीधी चल रही थी, लेकिन जिन लोगो ने गायत्री मंत्र का जाप नहीं किया था उनके दिमाग में ये तरंगें बहुत बिखरी हुई थीं।

जिस से ये पता चला कि जो लोग गायत्री मंत्र का जाप कर रहे थे उन लोगों की मन को केंद्रित करने की सकती दूसरे लोगों से ज्यादा थी।

A I I M S के डॉक्टरों के अनुसार गायत्री मंत्र का जाप करने से दिमाग के एक हिस्से जिसे प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स कहा जाता है उसका वीकास होता है।

दिमाग के इस हिस्से का काम होता है योजना बनाना, जागरूक  रहना और परेशानियों का समाधान करना।

मतलब ये बात यहां जाहिर हो गई की गायत्री मंत्र का है दिन जाप करने से इंसान की योजना बनाने और दिक्कतों का सामना करने में किस तरह से सहायक है।

इसके अलावा इस मंत्र के जाप करने वालो में खुशी बढ़ाने वाले रसायन बढ़ाता है। ऐसा ही एक रसायन है गाबा जिसके कम होने पर नींद आना बन्द या कम हो जाता है और आदमी डिप्रेसेन का शिकार होने लगता है।

लेकिन ये पाया गया की को लोग गायत्री मंत्र का जाप कर रहे थे उनमें गाबा का निर्माण बढ़ गया।

इसके अलावा अन्य मानसिक रसायन भी तेज़ी से बनने लगे। इतना ही नहीं बल्कि जर्मनी के प्रसिद्ध हैम्बर्ग विश्वविद्यालय में भी गायत्री मंत्र पर शोध चल रही है।

इसके अलावा अमेरिका के एक जाने मैने वैज्ञानिक होवार्ड स्टेंगेरिल ने पूरे संसार से जब मन्त्रों को इकठठा किया और फिजियोलॉजी विभाग में सबका विशलेषण किया तो उन्होंने गायत्री मंत्र को सबसे शक्तिशाली मंत्र बताया।

उनके अनुसार गायत्री मंत्र से हर सैकंड में 1 लाख 10 ध्वनि तरंगें उत्पन्न हुई। यह सारे शोध और खोजों से ये पता चलता है की गायत्री मंत्र कितना लाभकारी है इस बात पर विज्ञान को भी कोई संदेह नहीं है।

तो जिनका ऐसा मानना है की ये शास्त्र आदि झूठी बातें है उन्हे तो यें बातें ध्यान से पढ़नी चाहिए।

The Glory of Gayatri Mantra | गायत्री मंत्र की महिमा By Zee News DNA

विज्ञान के अनुसार इस तरह से भी लाभकारी है गायत्री मंत्र क उच्चारण।:-

  • इस मंत्र के पहले अक्षर ॐ के है विषय में वैज्ञानिकों को ऐसा मानना है कि मनुष्य के आवाज़  में जितनी भी आवृत्ति है वो बस इस एक शब्द में समाई हुई है। इस एक शब्द का ही अगर हम रोज उच्चारण करें तो हमारी आवाज़ की पेठी जो गले में होती है वो हमेशा अच्छे से काम करेगी और हमें बोलने में कभी भी कोई दिक्कत नहीं होगी।
  • वैज्ञानिकों का ऐसा भी मानना है की इस मंत्र का नियमित रूप से उच्चारण करने से हमारे शरीर में खून का बहाव भी अच्छे धंग से होता है। इसके अलावा ये रक्तचाप जैसी बीमारियों के मरीजों कर लिए भी लाभकारी है।
  • वैज्ञानिकों के अनुसार इस मंत्र का उच्चारण करने से दिमाग उस स्थिती में पहुंच जाता है जिस में दिमाग पूरी तरह से शांत हो जाता है और हर तरह की चिंता से मुक्त हो जाता है।
  • इसके अलावा ये मंत्र शरीर के उन सातों चक्रों को जागृत भी करने में सहायता करता  है जिनके ऊपर पूरे शरीर का संतुलन तय होता है और जिनको जागृत कर लेने वाला परम ज्ञानी बन जाता है।

 अब हम ये तो जानते हैं की गायत्री मंत्र बहुत लाभकारी है और इसे करने से सबको बहुत लाभ मिलता है लेकिन कुछ ऐसे तरीके हैं जिन्हें अगर हम अपनाए तो इन मन्त्रों से होने वाले फायदे का सबसे ज्यादा लाभ उठा सकते है।

तो आइए जानते है ऐसी कुछ बातें जिससे की हम इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकें।:-

  1. सुबह सूरज उगने से पहले , दोपहर में, और शाम को गायत्री मंत्र का जाप करना सबसे ज्यादा सुभ और फायदेमंद माना जाता है। खास तौर से सुबह 4 बजे का समय तो सबसे अच्छा समय होता है।
  2.  गायत्री मंत्र का जाप करने वाले को ये ध्यान रखना चाहिए कि अगर वो सुबह के समय जाप कर रहा है तो उसका चेहरा पूर्व दिशा की तरफ हो ।
  3. अगर कोई आदमी शाम के समय गायत्री मंत्र का जाप कर रहा है तो उसका चेहरा पश्चिम दिशा की तरफ होना चाहिए।
  4. ये मंत्र हमेशा शांत जगह और वातावरण में ही करें।
  5. जिस जगह जाप कर रहें है वो जगह स्वच्छ होना चाहिए।
  6. मंत्र का जप तन की शुद्धि और मन की एकाग्रता के साथ करे।
  7. जाप करते समय सफेद रंग या हल्के रंग के हल्के कपड़े पहने जाए तो ज्यादा अच्छा रहता है।
  8. जाप करने वाले का खाना पीना भी उतना ही आवश्यक है। जाप करने वाले को तेल मसाले के बिना बना हुआ या कम तेल मसाले में बना हुआ शाकाहारी भोजन ही खाना चाहिए।
  9. गायत्री मंत्र का जाप नियमित रूप से करना चाहिए।
  10. गायत्री मंत्र का जाप करते समय मन को शांत और केंद्रित रखना चाहिए।

ये कुछ ऐसी बातें हैं जिनका ध्यान रखने से हम गायत्री मंत्र से होने वाले फायदों का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं।

गायत्री मंत्र के बारे में क्या कहते है जानी मानी हस्तियों

जानी मानी हस्तियों का गायत्री मंत्र के बारे में क्या कहना है ये भी जानने में बहुत लोगों की उत्सुकता होती है। तो आइए जानते है कि इन हस्तियों का क्या मानना है इस बारे में।:-

  1. महात्मा गांधी:- इनके अनुसार ये मंत्र इतना उपयोगी है कि अगर इसे कोई बीमार आदमी भी शांत मन से जपे तो उसे उस रोग से मुक्ति मिल सकती है। इसके साथ साथ यह आत्मा को भी शुद्ध के देती है।
  2. मदन मोहन मालवीय:- इनके अनुसार ये मंत्र ऋषियों का दिया हुआ एक रत्ना है जो बुद्धि को बढ़ाने में बहुत उपयोगी है।
  3. रविन्द्र नाथ टैगोर:- ये कहते हैं कि गायत्री मंत्र इतना सरल है की एक स्वास में ही बोला जा सके लेकिन इसकी सकती इतनी है जो पूरे भारत को जागृत के सकती है।

इसके अलावा बहुत सारे महात्मा और लोगों ने इसके प्रयोग को लाभकारी बताया है। यहां तक कि भारत के लोगों ने है नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग इसका इस्तेमाल कर रहे है और इसपर शोध चल रही है

गायत्री मंत्र के बारे में हमारा सार

तो कुल मिलाके हम यह पाते है कि पुराने समय से ही इस मंत्र का उपयोग होता आ रहा है और ये आज भी उतना ही लाभकारी है जितना कि तब था।

विज्ञान और शास्त्र दोनों ही इसकी पुष्टि करतें हैं। तो अगर आप भी अपने जीवन को शान्त, सुखी, स्वस्थ और महान बनना चाहते हैं तो इस मंत्र की ताकत को कम ना समझें  और अपने जीवन का हिस्सा बना लें आप भी इसके प्रभावों को देख कर हैरान हो जाएंगे।